पाचवें दिन माँ स्कन्द माता को गुलाबी चुनरी चढ़ती है शारीरिक कष्ट निवारण के लिये केला का भोग लगता है
स्कंदमाता के रूप में माँ पार्वती के माता रूप की पूजा की जाती है। स्कंद भगवान कार्तिकेय का नाम है माता ने गोद मे कार्तिकेय भगवान यानी अपने बड़े पुत्र को लिया हुआ है । माता इस रूप में सौम्य रूप में होती हैं स्कंदमाता की चार भुजाएं होती हैं वे कमल के फूल पर विराजित हैं तथा सिंह उनका वाहन है माता कीपूजा बच्चों की दिर्घायु, आरोग्य के लिए की जाती है।
श्रीमती ज्योति झा जी द्वारा बनाए गए फलाहारी व्यंजन.....
*राजा पराठा -*
आवश्यक सामग्री-दो कटोरी आटा एक चौथाई कटोरी काजू। 3---4 दाने काली मिर्च ं दोनों थोड़े दर् दरा पिसा हुआ।। एक चौथाई चम्मच सेंधा नमक घी या तेल । आटा गुदंने के लिए पानी।
विधि---आटा में सेंधा नमक डालकर आटा को अच्छे से गुथ लेंगे। इसके बाद तीन या चार गोले बनाकर रख लेंगे और फिर जिस तरह से आलू के पराठे बनाते हैं ठीक वैसे ही काजू और काली मिर्च का पिसा हुआ मिक्सचर को भरकर पराठे बनाना है ।इसे आप तिकोना या गोल जैसा आप। चाहे वैस।आकार दे सकते हैं स्वादिष्ट और पौष्टिक दोनों ही है
*मावा और सिंघाड़े आटे के गुलाब जामुन*
सामग्री--एक कटोरी मावा . आधा कटोरी सिंघाड़ा आटा दो बड़ी कटोरी शक्कर तीन से चार हरी इलायची तलने के लिए घी या तेल।
विधि- मावा और सिंघाड़े आटे को अच्छी तरह से मल कर गुध लेंगे नरम होने तक । दूसरी ओर दूसरे बर्तन में कटोरी शक्कर में आधा कटोरी पानी डालकर एक तार की चाशनी तैयार करेंगे ठंडा होने पर उसमें हरी इलायची पाउडर मिला देंगे। तैयार दो से छोटी-छोटी गोलियां बनाएंगे और घी/तेल मे मध्यम आंच मैं तल कर निकाल लेंगे। और तैयार चासनी में डालते जाएंगे खोवा और सिंघाड़े आटे का गुलाब जामुन तैयार है ऊपर से थोड़ा नारियल बुरा डाल देंगे। यह पूरी तरह से फलाहारी पकवान है इसमे बेकिंग सोडा आदि का उपयोग नहीं हुआ है ।
*लौकी की चटनी*---
एक चौथाई लौकी का टुकड़ा. एक मीडियम साइंस का टमाटर .एक हरी मिर्च धनिया .पत्ती मीठी नीम की पत्ती और एक खड़ी लाल मिर्च. छोटे चम्मच में जीरा और सरसों .और 1 बड़े चम्मच भर चने की दाल. तेल .सेंधा नमक। ।
*बनाने की विधि*--
सबसे पहले लौकी को छीलकर लौकी और टमाटर को काट लें .और कढ़ाई में तेल गर्म करके थोड़ा जीरा और सरसों बधार लगाकर उसे पका लें. फिर ठंडा होने पर उसे मिक्सी के छोटे जार में थोड़ा घुमा ले. उसके बाद कढ़ाई में थोड़ा तेल गर्म करके खड़ी लाल मिर्च और चने की दाल डाल दें थोड़ी देर चलाते रहें दाल अच्छे से तल जाने पर लौकी टमाटर धनिया मीठी नीम का पिसा हुआ बैटर उसमें डाल दे 5 मिनट तक हल्की आंच में ढककर पकाएं थोड़ा पानी डालें .उसके बाद थोड़ा गाढ़ा हो जाने के बाद आच से उतार ले । लौकी की चटनी बनकर तैयार है।
पके केले का मीठा गाठिया
सामग्री-
पका केला-2
गुड़ या शक्कर- 1 कटोरी
इलायची पाउडर 1 चम्मच
घी- 1 छोटी चम्मच
पानी 1 ग्लास
समा का आटा -2कटोरी
भुने हुए मूंगफल्ली या मेवा का पाउडर 2-3 छोटे चम्मच (optional)
तेल तलने के लिए
(यदि आप नार्मल दिनों में बनाएं तो चावल आटा भी ले सकते हैं।)
विधी-
सबसे पहले एक कढ़ाई में पानी और गुड़ को अच्छी तरह पका लें फिर उसमें धीरे धीरे समा का आटा डालकर अच्छी तरह मिला लें और गैस ऑफ करके 2 मिनेट के लिए ढंक दें।
एक गहरे बर्तन में केले को अच्छे से मैश करले फिर उसमें इलायची पाउडर और साथ मे गुड़ आटा के मिक्सर को अच्छी तरह से मिला कर।मूंगफल्ली का पाउडर भी मिला लें।
ठंडा होने पर उसे चाकोली के सांचे में, पाइपिंग बैग या हाथो से गठिया की तरह बनाकर तेल में तल लें।
आपकी केले की मीठी गाठिया तैयार है।
आप इसे पपीता ,सेब, खरबूजा ,आदि फलो से भी बना सकते है।
Raksha Satyamay Jha
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