सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

अगस्त, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

महिला समानता दिवस

 कब तक बताऊं, क्यों फिर बताऊं? क्या क्या सहा जीवन मे अश्रुधारा क्यों फूटी है, मेरी सपनीली आंखों में? सुख बताऊं, दुख या बोलो कितने घाव दिखाऊँ? तुम ही कहो... कब तक दिखाऊँ, क्यों फिर दिखाऊँ? बढ़ रही तारीखें पर  खड़ी दोराहे अब भी तुम विमुख चल पड़े नई डगर अब भी अकेले तुम ही कहो.....  कब तक पुकारूँ, क्यों फिर पुकारूँ? चल सकती हूं मैं भी, दृढ़ संकल्पित भी हूं तुम न ठहरो, न पलटो  तुम तक पहुंच गई तो तुम ही कहो.... मैं कब तक पीछे चलूं, क्यों फिर पीछे चलूं? चलो "हमसफ़र"चलें, जब राहें एक और मंज़िल भी एक फिर तुम ही कहो.....  कब तक अकेली, क्यों फिरुं अकेली?      नीता झा

तीजा की शुभकामनाएं - सागरिका महिला मंच

मांग में सिंदूर, गले मंगलसूत्र पांव में पायल, हाथों में चूड़ी और सोलह तुम सिंगार करो सजी रहे अधर मुस्कान सदा यूँ ही दोनों कुलों की आन बनो मन मे भक्ति, भक्ति में शक्ति तुम सबका अभिमान बनो है शुभकामनाएं मेरी दिल से सदा सौभाग्यवती रहो

स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं - सागरिका महिला मंच

आज हम 15 अगस्त 2020 में अपने ब्लॉग के स्थापना के सुअवसर पर देश की आज़ादी के लिए बलिदान हुए सभी शहीदों को आदरपूर्वक नमन करते हैं। हमारे भारत ने इतने लंबे समय तक अंग्रेजों की गुलामी का दंश झेला कहना न होगा देश को आज़ाद करना भी उतना ही मुश्किल था इसके लिए देश के सभी क्षेत्रों के लोगों ने अपना योगदान  दिया। बहुतों ने तो अपना सर्वस्व ही देश के लिए कुर्बान किया। हमारे मैथिल ब्राम्हण समाज के लोगों ने भी देश की आज़ादी में बढ़ चढ़ कर भाग लिया तो आइए हम अपने पूर्वजों को आदरांजलि देते हुए उनके विषय मे अधिक से अधिक जानकारियां अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए संजो कर रखते हैं। 

सागरिका की पवित्र नदी माँ रेणुका स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा शहीदों की कथाएं समस्त जानकारी की संयोजिता श्रीमति ज्योति झा एवं सखियां....

श्रीमती रुचि झा गोंदिया स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जिनके पास शासन द्वारा प्रमाण पत्र प्राप्त है और स्वतंत्रता संग्राम सैनिक वे है जिन्होंने भाग लिया और वे ही बो नीव के पत्थर है जो अतीत के गर्त में छुपे है हमारे मैथिल ब्राह्मण समाज का गरिमामय इतिहास है और उस समय प्रत्यक्ष या परोक्ष जजैसे भी आप सब अपने पूर्वजो के विषय मे अपने बडो से सुना हो उस संस्मरण को आप सब से निवेदन है कि इस ग्रुप मे लिख कर डाले जिससे हम सब अपने  समाज के स्वर्णिम इतिहास है जुड़े और हमारी आने वाली पीढ़ी गर्व करे आप सब के लेख सादर आमंत्रित है ज्योति रजत झा रायपुर मो 99777388 50  श्रीमती नीता झा जी को भी भेज सकते है।सभी बडो को सदर प्रणाम,छोटो को मेरा स्नेह आशीष 🙏🙏🙌🏻🙌🏻😊😊 हमारी सबी बहनों को गर्व होगा जुबमति बाई की हमारे मैथिल ब्राह्मण थीं और सब को और अच्छे से समझ आयेगा आप पूज्य राजिवनयन झा जी की सासु माँ  थी ।डंगनिया (बिलासपुर के पास का गांव है खैरा डंगनिया कहते है) आप सब से सादर निवेदन है कि अपने परिवार और अपने रिस्तेदारो मे जो भी देश के स्वंत्रता से सम्बंधित कोई घटना जो आप अपने बडो से सुने...